Newz Gossip
No Result
View All Result
Wednesday, July 9, 2025
  • Login
  • Home
  • भारत
  • विदेश
  • ब्रेकिंग
  • एस्ट्रोलॉजी
  • खेल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • दिल की बात
  • अन्य
    • अपराध
    • हेल्थ
    • लाइफ स्टाइल
    • करियर
    • धर्म
    • शिक्षा
  • Web Stories
Newz Gossip
  • Home
  • भारत
  • विदेश
  • ब्रेकिंग
  • एस्ट्रोलॉजी
  • खेल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • दिल की बात
  • अन्य
    • अपराध
    • हेल्थ
    • लाइफ स्टाइल
    • करियर
    • धर्म
    • शिक्षा
  • Web Stories
No Result
View All Result
Newz Gossip
No Result
View All Result
Home Khabrein Jara Hat Ke

प्रयागराज के अक्षय वट की क्या है कहानी? अमिट है प्रयागराज के अक्षयवट का इतिहास, पृथ्वी पर प्रलय के बाद भी नहीं डिगा

by newzgossip
5 months ago
in Khabrein Jara Hat Ke, UTTAR PRADESH
0
प्रयागराज के अक्षय वट की क्या है कहानी? अमिट है प्रयागराज के अक्षयवट का इतिहास, पृथ्वी पर प्रलय के बाद भी नहीं डिगा
152
SHARES
1.9k
VIEWS
Share on WhatsappShare on FacebookShare on Twitter

RelatedPosts

कई तरह के औषधीय गुण छिपे है कचनार

मिस्र का गीजा पिरामिड को लेकर नई खोज ने पुरानी आम धारणा को बदला

डायबिटीज होने पर हॉट शॉवर से बढ़ सकती है त्वचा संबंधी परेशानियां

Prayagraj Akshayavat History: उत्‍तर प्रदेश के प्रयागराज (पुराना इलाहाबाद) में प्राचीन बरगद का पेड़ है। यह अकबर के किले में स्थित है। इस वट वृक्ष का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्‍व भी है। इसे लेकर तमाम किंवदंती भी जुड़ी हुई है। इससे लोगों की मान्‍यता और आस्‍था भी जुड़ी है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि इस पौराणिक वट वृक्ष की क्‍या खासियत है। किस कारण लोगों की जुबां पर अक्षयवट का नाम रहता है कि प्रयागराज आने पर यहां जाने को मन करता है।

अक्षयवट की पौराणिक और धार्मिक मान्यता है. कहा जाता है कि इसके दर्शन मात्र से मानव को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. तो आइये जानते हैं अक्षयवट की पौराणिक मान्‍यता और इ‍सका इतिहास.

प्रयागराज का अक्षयवट वृक्ष की पौराणिक मान्‍यता
प्रयागराज का यह अक्षयवट अकबर के किले के अंदर है. यह क्षेत्र सेना के अंडर है. ऐसे में अभी तक अक्षयवट वृक्ष की पूजा अर्चना के लिए तीर्थ यात्रियों की एंट्री नहीं होती थी. अब योगी सरकार ने तीर्थ यात्रियों के लिए अक्षयवट के दर्शन को सुलभ बना दिया है. करीब 300 साल पुराने अक्षयवट वृक्ष का पुराणों में भी उल्लेख मिलता है. यह सृष्टि के विकास और प्रलय का साक्षी रहा है. नाम से ही जाहिर है कि इसका कभी नाश नहीं होता है.

श्रीकृष्‍ण का बालस्‍वरूप विराजमान
पौराणिक मान्‍यता है कि इस वृक्ष को माता सीता ने आशीर्वाद दिया था कि प्रलय काल में जब धरती जलमग्न हो जाएगी और सब कुछ नष्ट हो जाएगा तब भी अक्षयवट हरा-भरा रहेगा. मान्यता यह भी है कि बालरूप में श्रीकृष्ण इसी वट वृक्ष पर विराजमान हुए थे. बाल मुकुंद रूप धारण करके श्रीहरि भी इसके पत्ते पर शयन करते हैं. पद्म पुराण में अक्षयवट को तीर्थराज प्रयाग का छत्र कहा गया है. अक्षयवट का उल्लेख वाल्मीकि रामायण में मिलता है.

पहले दर्शन में थी रोक
प्रयागराज में यमुना तट पर मुगल शासक अकबर ने अपना किला बनवाया था. अक्षयवट वृक्ष इसी किले के अंदर है. मुगलकाल अकबर ने अक्षयवट के दर्शन पर रोक लगा रखी थी. ब्रिटिश काल और आजाद भारत में भी किला सेना के आधिपत्य में रहने के कारण तीर्थ यात्रियों के लिए इस वट वृद्ध का दर्शन दुर्लभ था. लेकिन साल 2018 में अक्षयवट का दर्शन व पूजन सभी के लिए सुलभ करने का फैसला किया गया. इसके बाद लोग किले में स्थित अक्षयवट का दर्शन पाने लगे.

पृथ्वी पर प्रलय के बाद भी नहीं डिगा
पुराणों के मुताबिक, प्रलय के समय जब पूरी पृथ्वी डूब जाती है तो वट का एक वृक्ष बच जाता है. वही अक्षयवट है. इसे सनातनी परंपरा का संवाहक भी कहा जाता है. इसके एक पत्ते पर ईश्वर बाल रूप में रहकर सृष्टि को देखते हैं. इस वृक्ष का उल्लेख कालिदास के रघुवंश तथा चीनी यात्री ह्वेनत्सांग के यात्रा विवरण में भी मिला है. देश में वर्तमान में चार पौराणिक वट वृक्ष हैं. इनमें गृद्धवट-सोरों ‘शूकरक्षेत्र’, अक्षयवट- प्रयाग, सिद्धवट- उज्जैन और वंशीवट- वृंदावन शामिल हैं.

Tags: Mythological recognition of Akshayavat tree of PrayagrajPrayagraj Akshayavat Historystory of Akshay Vat of Prayagraj?The history of Akshayavat
SendShare61Tweet38
newzgossip

newzgossip

ABOUT US भारत की बड़ी डिजिटल वेबसाइट्स में से एक “NEWZGOSSIP” किसी भी तरह की अफवाह या झूठी खबरों को अपने पोर्टल www.newzgossip.com पर साझा नहीं करती है. Newzgossip पर कई तरह के विशेष प्रकाशित किए जाते हैं. देश (Country), दुनिया (World), समसामयिक मुद्दे (Current issue) लाइफस्टाइल (Lifestyle), धर्म (Religion), स्वास्थ्य (Health) और खबरें जरा हट के (Khabrein Jara Hat Ke) जैसे विशेषों पर लेख लिखा जाते हैं. हमारा लक्ष्य आप तक सिर्फ और सिर्फ सटीक खबरें पहुंचाने का है. हमारे साथ बने रहने के लिए आप हमें  [email protected] पर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा आप हमारे फेसबुक पेज https://www.facebook.com/NewznGossip और https://www.facebook.com/IndiaNowR  पर भी जुड़ सकते हैं.

Related Posts

कई तरह के औषधीय गुण छिपे है कचनार
Khabrein Jara Hat Ke

कई तरह के औषधीय गुण छिपे है कचनार

13 hours ago
मिस्र का गीजा पिरामिड को लेकर नई खोज ने पुरानी आम धारणा को बदला
Khabrein Jara Hat Ke

मिस्र का गीजा पिरामिड को लेकर नई खोज ने पुरानी आम धारणा को बदला

14 hours ago
डायबिटीज होने पर हॉट शॉवर से बढ़ सकती है त्वचा संबंधी परेशानियां
Khabrein Jara Hat Ke

डायबिटीज होने पर हॉट शॉवर से बढ़ सकती है त्वचा संबंधी परेशानियां

2 days ago
ज़रूरत पड़ने पर कुछ जीव पीछे की ओर चलने में होते हैं सक्षम
Khabrein Jara Hat Ke

ज़रूरत पड़ने पर कुछ जीव पीछे की ओर चलने में होते हैं सक्षम

2 days ago
आठ साल का मासूम नहीं समझता इंसानी भाषा, भौंककर कहता है अपनी बात
Khabrein Jara Hat Ke

आठ साल का मासूम नहीं समझता इंसानी भाषा, भौंककर कहता है अपनी बात

2 days ago
सांप के जहर पर रामबाण इलाज! ना पट्टी ना चीरा, वैज्ञानिकों ने ढूंढ़ी संजीवनी गोली
Khabrein Jara Hat Ke

सांप के जहर पर रामबाण इलाज! ना पट्टी ना चीरा, वैज्ञानिकों ने ढूंढ़ी संजीवनी गोली

2 days ago
सामान्य घरेलू छिपकलियां नहीं होतीं विषैली
Khabrein Jara Hat Ke

सामान्य घरेलू छिपकलियां नहीं होतीं विषैली

2 days ago
महिलाओं के ज्यादा मिठाई खाने की पीछे है कई कारण
Khabrein Jara Hat Ke

महिलाओं के ज्यादा मिठाई खाने की पीछे है कई कारण

3 days ago
एक नहीं 700 जहरीले सांपों के काटने के बाद भी जिंदा है शख्स
Khabrein Jara Hat Ke

एक नहीं 700 जहरीले सांपों के काटने के बाद भी जिंदा है शख्स

3 days ago

Categories

  • ASTROLOGY
  • BREAKING
  • Breaking News
  • CRIME
  • DELHI
  • Haryana
  • HEALTH
  • Khabrein Jara Hat Ke
  • LIFE STYLE
  • STATE
  • TECHNOLOGY
  • UTTAR PRADESH
  • अन्य
  • करियर
  • कहानियां/Stories
  • खेल
  • दिल की बात
  • धर्म
  • बिजनेस
  • भारत
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • विदेश
  • शिक्षा

Site Navigation

  • Home
  • About Us
  • Advertisement
  • Contact Us
  • Privacy & Policy
  • Other Links
  • Disclaimer

© 2022 Newz Gossip

No Result
View All Result
  • Home
  • भारत
  • विदेश
  • ब्रेकिंग
  • एस्ट्रोलॉजी
  • खेल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • दिल की बात
  • अन्य
    • अपराध
    • हेल्थ
    • लाइफ स्टाइल
    • करियर
    • धर्म
    • शिक्षा
  • Web Stories

© 2022 Newz Gossip

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In