Newz Gossip
No Result
View All Result
Sunday, November 16, 2025
  • Login
  • Home
  • भारत
  • विदेश
  • ब्रेकिंग
  • एस्ट्रोलॉजी
  • खेल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • दिल की बात
  • अन्य
    • अपराध
    • हेल्थ
    • लाइफ स्टाइल
    • करियर
    • धर्म
    • शिक्षा
  • Web Stories
Newz Gossip
  • Home
  • भारत
  • विदेश
  • ब्रेकिंग
  • एस्ट्रोलॉजी
  • खेल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • दिल की बात
  • अन्य
    • अपराध
    • हेल्थ
    • लाइफ स्टाइल
    • करियर
    • धर्म
    • शिक्षा
  • Web Stories
No Result
View All Result
Newz Gossip
No Result
View All Result
Home Khabrein Jara Hat Ke

दिवाली की पहचान आतिशबाजी….भारत में क्या हैं इतिहास

कब से भारत में शुरु हुई आतिशबाजी की परपंरा

by newzgossip
4 weeks ago
in Khabrein Jara Hat Ke
0
दिवाली की पहचान आतिशबाजी….भारत में क्या हैं इतिहास
152
SHARES
1.9k
VIEWS
Share on WhatsappShare on FacebookShare on Twitter

RelatedPosts

बच्चों को दवा देते समय रखें सावधानी

कनाडा जाकर चाहते हैं रहना, तब ये कई छोटी-छोटी चीजें कर सकती हैं आपका सहयोग

तिरुपति मंदिर बाल दान करने की क्या है परंपरा, बाल दान करने से मिलता दस गुणा अधिक आशीर्वाद

भारत में दिवाली एक प्रमुख पर्व है। यह त्यौहार पूरे देश में काफी धूमधाम और उत्साह से मनाया जाता है। प्रकाश और आतिशबाजी दिवाली की मुख्य पहचान है। लेकिन बिना पटाखे और दीए के दिवाली की कल्पना नहीं हो सकती। दीपावली पर दीया जलाकर खुशियां मनाने के पौराणिक कथाओं में भी प्रमाण हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि इससे आतिशबाजी कैसे और कब जुड़ी।

भारत में पटाखों के सबसे पुराने प्रमाण मुगल काल के हैं। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि पटाखे बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों का ज्ञान भारत में 300 ईसा पूर्व से ही मौजूद था। रिपोर्ट के मुताबिक, पटाखों की शुरुआत सबसे पहले चीन में हुई थी।

चीन में आतिशबाजी के लिए बारूद,शोरा, गंधक और चारकोल का इस्तेमाल होता था। इन सभी घटकों को मिलाकर ही पटाखे तैयार होते थे। इसके बाद इन पदार्थ का उल्लेख दूसरी शताब्दी के हान राजवंश के वेई बोयांग द्वारा लिखित ऐतिहासिक डॉक्युमेंट में भी मिलता है।

वहीं भारत में बारूद के इस्तेमाल को लेकर इतिहासकारों का मानना है कि यहां बारूद का ज्ञान आठवीं शताब्दी से ही मौजूद था। आठवीं शताब्दी में संकलित वैशम्पायन की नीतिप्रकाशिका जैसे संस्कृत ग्रंथों में भी इसी तरह के पदार्थ का उल्लेख है। लेकिन उस समय तक आतिशबाजी में बारूद के इस्तेमाल को लेकर कोई पहल नहीं हुई थी।

हालांकि, इतिहासकार कौशिक रॉय का मानना है कि प्राचीन भारत में शोरा के अस्तित्व का पता था, जिसे अग्निचूर्ण या अग्नि उत्पन्न करने वाले चूर्ण के रूप में जाना जाता था। कौटिल्य के अर्थशास्त्र (300 ईसा पूर्व-300 ईस्वी के दौरान संकलित) में शोरा का उल्लेख मिलता है।

तेरहवीं शताब्दी तक, चीन में मिंग राजवंश के सैन्य अभियानों ने दक्षिण-पूर्व एशिया, पूर्वी भारत और अरब जगत में बारूद का प्रवेश कराया। बारूद से जुड़ी सैन्य रणनीतियां पूर्वी भारतीय जनजातियों से दिल्ली सल्तनत को मिलीं। इस तरह भारत में भी बारूद का इस्तेमाल युद्धों में शुरू हो गया।

15वीं शताब्दी से दिवाली और अन्य त्यौहारों और शादियों में आतिशबाजी का इस्तेमाल होने लगा था। 1633 में मुगल राजकुमार दारा शिकोह (शाहजहां के पुत्र) के विवाह को दर्शाती एक पेंटिंग में ऐसा ही एक प्रमाण है।

इतिहासकार पीके गोडे ने 1400 से 1900 ई.के बीच भारत में आतिशबाजी का इतिहास लिखा है। उन्होंने पुर्तगाली यात्री डुआर्टे बारबोसा के 1518 में गुजरात में एक ब्राह्मण जोड़े की शादी में आतिशबाजी के इस्तेमाल का विवरण दर्ज किया।

मध्यकालीन भारत पर अपनी प्रसिद्ध पुस्तक में, इतिहासकार सतीश चंद्र ने आदिल शाह के विवाह समारोह का वर्णन किया है। 17वीं शताब्दी में बीजापुर के शासक आदिल शाह ने विवाह समारोह में केवल आतिशबाजी पर ही 80,000 रुपये खर्च किए थे।

करीब 1675-1700 की एक और पेंटिंग में राधा और कृष्ण को दिवाली उत्सव मनाते हुए दिखाया गया है। हालांकि वे केवल तेल के दीये जला रहे हैं। फिर भी माना गया कि इस समय तक दिवाली पर पटाखा जलाने की शुरुआत हो चुकी थी। भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान भी उत्सवों में आतिशबाजी का इस्तेमाल लोकप्रिय था।

Tags: Diwali fireworkshistory of fireworks in Indiakhabrein jara hat ke
SendShare61Tweet38
newzgossip

newzgossip

ABOUT US भारत की बड़ी डिजिटल वेबसाइट्स में से एक “NEWZGOSSIP” किसी भी तरह की अफवाह या झूठी खबरों को अपने पोर्टल www.newzgossip.com पर साझा नहीं करती है. Newzgossip पर कई तरह के विशेष प्रकाशित किए जाते हैं. देश (Country), दुनिया (World), समसामयिक मुद्दे (Current issue) लाइफस्टाइल (Lifestyle), धर्म (Religion), स्वास्थ्य (Health) और खबरें जरा हट के (Khabrein Jara Hat Ke) जैसे विशेषों पर लेख लिखा जाते हैं. हमारा लक्ष्य आप तक सिर्फ और सिर्फ सटीक खबरें पहुंचाने का है. हमारे साथ बने रहने के लिए आप हमें  [email protected] पर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा आप हमारे फेसबुक पेज https://www.facebook.com/NewznGossip और https://www.facebook.com/IndiaNowR  पर भी जुड़ सकते हैं.

Related Posts

बच्चों को दवा देते समय रखें सावधानी
Khabrein Jara Hat Ke

बच्चों को दवा देते समय रखें सावधानी

20 hours ago
कनाडा जाकर चाहते हैं रहना, तब ये कई छोटी-छोटी चीजें कर सकती हैं आपका सहयोग
Khabrein Jara Hat Ke

कनाडा जाकर चाहते हैं रहना, तब ये कई छोटी-छोटी चीजें कर सकती हैं आपका सहयोग

20 hours ago
तिरुपति मंदिर बाल दान करने की क्या है परंपरा, बाल दान करने से मिलता दस गुणा अधिक आशीर्वाद
Khabrein Jara Hat Ke

तिरुपति मंदिर बाल दान करने की क्या है परंपरा, बाल दान करने से मिलता दस गुणा अधिक आशीर्वाद

3 days ago
कपालभाति प्राणायाम मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी
Khabrein Jara Hat Ke

कपालभाति प्राणायाम मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी

3 days ago
गाड़ियों पर भगवान के नाम या मंत्र लिखवाने पर क्या बोले प्रेमानंद महाराज, आपको जानना है जरूरी
Khabrein Jara Hat Ke

गाड़ियों पर भगवान के नाम या मंत्र लिखवाने पर क्या बोले प्रेमानंद महाराज, आपको जानना है जरूरी

4 days ago
भ्रम है या सच्चाई? ठंड के मौसम में सिगरेट शरीर में गर्मी पैदा करती है ?
Khabrein Jara Hat Ke

भ्रम है या सच्चाई? ठंड के मौसम में सिगरेट शरीर में गर्मी पैदा करती है ?

4 days ago
डेंगू से बचाव में कपूर और नारियल तेल का मिश्रण बहुत कारगर
Khabrein Jara Hat Ke

डेंगू से बचाव में कपूर और नारियल तेल का मिश्रण बहुत कारगर

5 days ago
बेहद खतरनाक होते हैं परमाणु बम……परीक्षण के दौरान ये सावधानी होती है जरुरी
Khabrein Jara Hat Ke

बेहद खतरनाक होते हैं परमाणु बम……परीक्षण के दौरान ये सावधानी होती है जरुरी

6 days ago
खबरदार! ‘चाय-सुट्टा’ का कॉम्बिनेशन हो सकता है जानलेवा
Khabrein Jara Hat Ke

खबरदार! ‘चाय-सुट्टा’ का कॉम्बिनेशन हो सकता है जानलेवा

6 days ago

Categories

  • ASTROLOGY
  • BREAKING
  • Breaking News
  • CRIME
  • DELHI
  • Haryana
  • HEALTH
  • Khabrein Jara Hat Ke
  • LIFE STYLE
  • STATE
  • TECHNOLOGY
  • UTTAR PRADESH
  • अन्य
  • करियर
  • कहानियां/Stories
  • खेल
  • दिल की बात
  • धर्म
  • बिजनेस
  • भारत
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • विदेश
  • शिक्षा

Site Navigation

  • Home
  • About Us
  • Advertisement
  • Contact Us
  • Privacy & Policy
  • Other Links
  • Disclaimer

© 2022 Newz Gossip

No Result
View All Result
  • Home
  • भारत
  • विदेश
  • ब्रेकिंग
  • एस्ट्रोलॉजी
  • खेल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • दिल की बात
  • अन्य
    • अपराध
    • हेल्थ
    • लाइफ स्टाइल
    • करियर
    • धर्म
    • शिक्षा
  • Web Stories

© 2022 Newz Gossip

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In