सुनो तमसे कुछ दिल की बात करनी थी…कछ कहना था तुमसे.. वो जो मैंने कभी किसी से नहीं कहा..और शायद अब तक तुमसे भी नहीं कहा…आज कहने की हिम्मत जुटाई है…मैं ये नहीं कहता कि मैं प्यार में चांद तारे ला दूंगा…तुम्हारे लिए सातों समंदर एक कर दूंगा..और ना ही भगवान से लड़ने की ताकत है मुझमें…लेकिन मेरा प्यार आम भी नहीं है…मेरा प्यार तुम्हारे लिए खास है..या यूं कहूं कि तुमसे प्यार किया और मेरा प्यार खास हो गया…तुमसे मिलने से पहले प्यार सिर्फ एक शब्द था मेरे लिए…लेकिन अब ये पूरी शब्दावली है…मेरी रूह है..मेरी आत्मा है…प्यार अब ज़िंदगी है मेरे लिए…और ये सब हुआ तुम्हारी वजह से…अब तो ऐसा लगता है कि तुम्हें देखा और मेरी पूरी ज़िंदगी ही मोहब्बत बन गई…इस प्यार में रहना….इस प्यार का एहसास मेरे रोम-रोम में जीवन भर देता है…तुम्हें देखकर जो सुकून इस दिल को मिलता है उसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता…तुम्हें देखना मेरे आंखों का शौक हो गया है…तुम्हें चाहना मेरे दिल की जरूरत..और तुम्हें पाना मेरी अधूरी ख्वाहिश…