आपको हॉलीवुड की फिल्म एनाबेल का नाम तो जरूर पता होगा, जिसमें एक गुड़िया की कहानी दिखाई जाती है। लेकिन आज हम आपको दुनिया की ऐसी शापित गुड़िया के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे ना जाने कितने ही लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई. इस गुड़िया को जिस किसी ने भी अपने पास रखा. उसके साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. तो चलिए जानते हैं इस शापित गुड़िया की पूरी कहानी…
यह गुड़िया फ्लोरिडा में रहने वाले बच्चे रॉबर्ट यूजीन ओटो को 1906 में उसके नौकर ने दी थी. बताया जाता है कि वह नौकर काला जादू जानता था. वह रॉबर्ट यूजीन के परिवार को बिल्कुल भी पसंद नहीं करता था. उस नौकर ने आपसी रंजिश के चलते उस गुडिया पर काला जादू कर उसे गुड़िया को रॉबर्ट को दे दिया।
इस गुड़िया को पाकर छोटा-सा रॉबर्ट काफी खुश हुआ. जल्द ही उसने इस गुड़िया को अपना बेस्ट फ्रेंड मान लिया. वह पूरा दिन गुड़िया को अपने पास ही रखता. यहां तक कि उसी के साथ खेलता और रात को भी उसी के साथ सोता था. कहा जाता है कि रॉबर्ट इस गुड़िया को हर हफ्ते शॉपिंग के लिए भी लेकर जाता और उसके कमरे में गुड़िया के लिए अलग से कुछ अलमारियां भी बनी हुई थीं. इन अलमारियों में गुड़िया के लिए रॉबर्ट ने कपड़े खरीद कर रखे थे. रॉबर्ट रोज गुड़िया को नए-नए कपड़े पहनाता था।
रॉबर्ट गुड़िया के लिए इस हद तक पागल था कि वह उसे असल इंसान मानने लगा. तभी उसने ध्यान दिया कि घर से धीरे-धीरे चीजें गायब हो रही हैं. अक्सर रॉबर्ट का कमरा उथल-पुथल हालत में पाया जाता था. जब रॉबर्ट अपने माता पिता से कहता था कि उस गुड़िया ने कमरे में सब उथल पुथल कर दिया है, तो उसकी बात पर कोई भी यकीन नहीं करता था. माता-पिता ने रॉबर्ट को इसके लिए कई बार डांटा भी. लेकिन हर बार रॉबर्ट का सिर्फ एक ही जवाब होता कि ये सब वो गुड़िया करती है।
तभी एक दिन रात के समय रॉबर्ट ने देखा कि गुड़िया उसके साथ न सोकर सामने बैठी है और उसे लगातार घूर रही है. यह देखते ही रॉबर्ट के पसीने छूट गए. उसने देखा कि कमरे में रखी कुर्सियां अपने आप हवा में उड़ने लगी हैं. दरवाजा अपने आप कभी खुल रहा है तो कभी बंद हो रहा था. यह सब देखते ही रॉबर्ट के मुंह से चीख निकल गई. रॉबर्ट की चीख सुनकर उसके माता-पिता फौरन कमरे में आए. उन्हें लगा कि शायद घर में कोई चोर घुस आया है. या फिर कोई किडनैपर उनके बच्चे को किडनैप करने की कोशिश कर रहा है. जैसे वे भागकर रॉबर्ट के कमरे में गए तब तक सब शांत हो चुका था. रॉबर्ट कमरे के एक कोने में डरा-सहमा से बैठा हुआ था. वहीं, कमरे में चीजें यहां वहां बिखरी हुई थीं. और गुड़िया भी उसी बैठ पर बैठी हुई थी।
पड़ोसियों ने देखा हैरान करने वाला सच
ये सब होने के बाद ना जाने रॉबर्ट को क्या हुआ, उसका प्यार गुड़िया के लिए और ज्यादा बढ़ गया. वह दिन भर उस गुड़िया के साथ अकेले में बातें करता रहता. उनके पड़ोसियों ने भी बताया कि उन्होंने कई बार रॉबर्ट को उस गुड़िया से बात करते हुए देखा है. वह गुड़िया भी उस बच्चे से बात करती है. यही नहीं, उन लोगों ने उस गुड़िया को घर के अंदर घूमते हुए भी देखा है, जब उस घर में कोई नहीं होता।
कमरे से आती थी अजीबोगरीब आवाजें
अब रॉबर्ट के माता-पिता को उसके कमरे से रोज अजीबोगरीब आवाज आने लगी. यह आवाज किसी बड़े व्यक्ति के जैसी होती थी. आवाज सुनकर जैसे ही रॉबर्ट के माता-पिता उसके कमरे में जाते तो उन्हें कमरे में सिर्फ रॉबर्ट और गुड़िया मिलती. जब वे उस आवाज के बारे में रॉबर्ट से पूछते तो वह सीधे उस गुड़िया की तरफ इशारा कर देता. उसने बताया कि कई बार गुड़िया गुस्सा हो जाती है और कमरे में रखा फर्नीचर फेंकने लगती है. इसी बीच, रॉबर्ट के खिलौने भी अब टूटी फूटी हालत में मिलने लगे. जब दोबारा रॉबर्ट से इस बारे में पूछा गया तो फिर उसने गुड़िया की तरफ इशारा कर दिया।
ऐसी डरावनी घटनाएं लगातार होती गईं. रॉबर्ट के घर ही नहीं, बल्कि अब उनके पड़ोसियों के साथ भी अजीबोगरीब घटनाएं होने लगीं. उनके घर का सामान भी अब इसी हालत में बिखरा हुआ मिलने लगा. धीरे-धीरे इस गुड़िया के बारे में पूरे शहर में पता लग गया. जब खबर ज्यादा फैलने लगी तो रॉबर्ट के माता-पिता भी परेशान हो गए।
फिर एक दिन रॉबर्ट के माता-पिता ने उस गुड़िया को एक बॉक्स में डालकर घर के एक कोने में रख दिया, जिसके बाद इस तरह की घटनाओं का सिलसिला थम गया. इसके बाद रॉबर्ट भी धीरे-धीरे बड़ा हुआ और पढ़ाई के लिए वह न्यूयॉर्क चला गया. फिर पढ़ाई पूरी करके वह पैरिस आया. यहां उसकी एक गर्लफ्रेंड बनी, जिससे उसने शादी कर ली. दोनों शादी करने के बाद वापस अमेरिका आ गए. रॉबर्ट ने पुराने घर से सारी चीजें उठाईं और पत्नी के साथ एक नए घर में शिफ्ट हो गया. जो चीजें रॉबर्ट ने घर से उठाई थीं, उनमें वह गुड़िया शामिल थी।