नई दिल्ली: अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट ने अदानी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी कि अदानी उठ नहीं पा रहे हैं। इस रिपोर्ट के कारण अदानी ग्रुप की मुश्किलें जो शुरू हुई, अब तक वो खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। 22 फरवरी को भी गौतम अदानी के अधिकतर शेयर दबाव में देखने को मिल रहे हैं।
अदानी की ओर से निवेशकों का भरोसा जीतने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वो नाकाम हो रहे हैं। निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए अडानी पोर्ट्स ने 1500 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया है। गिरवी रखे शेयर भी छुड़ाए, लोन की प्रीपेमेंट की बात भी कही, लेकिन कुछ फायदा नहीं होता दिख रहा है। हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अदानी समूह के शेयरों का कंबाइंड मार्केट कैप में 13 हजार 500 करोड़ डॉलर से अधिक गिर गया है। खुद गौतम अदानी की दौलत लगातार गिरती जा रही है।
अदानी के शेयरों में गिरावट का असर है कि बाजार खुलते ही गौतम अदानी की संपत्ति गिरने लगी। चंद घंटों में ही गौतम अदानी ने 5.5 अरब डॉलर गंवा दिए। गौतम अदानी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले 27 दिनों में अदानी ने आधे से अधिक दौलत गिरा दी है। कभी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति रहे गौतम अदानी की दौलत गिरकर 44.1 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर लिस्ट में गौतम अदानी दूसरे नंबर से गिरकर 26वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
अदानी ने अब तक जितना गंवाया, पाकिस्तान का उतर जाता आधा कर्ज
अदानी ने पिछले 27 दिनों में जितना गंवाया, उतने में पाकिस्तान अपने आधे कर्ज से उबर सकता है। पाकिस्तान पर कुल बाहरी कर्ज 121.75 अरब डॉलर है। वहीं 24 जनवरी से लेकर 20 फरवरी तक अदानी की दौलत 77.3 अरब डॉलर घट गई है। अदानी समूह के शेयरों में लगातार बिकवाली हावी है। अदानी समूह का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर तक गिर गया है।
22 फरवरी को भी अदानी के शेयरों में गिरावट जारी रही। बाजार खुलते ही अदानी एंटरप्राइजेज 7 फीसदी तक गिर गए। अदानी के सभी 10 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। अदानी पावर, अदानी ट्रांसमिशन, अदानी ग्रीन एनर्डी, अदानी टोटल गैस, अदानी विल्मर में 5-5 फीसदी तक की गिरावट रही है।
वहीं एनडीटीवी के शेयर 4 फीसदी से अधिक गिर चुके हैं। एसीसी सीमेंट 1.5 फीसदी गिर चुका है। अंबुजा सीमेंट 2 फीसदी गिर चुका है। अदानी पोर्ट्स 2 फीसदी नीचे गिर चुका है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 100 अरब डॉलर से अधिक गिरकर 8 लाख 20 हजार 915 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है।