न्यूयॉर्क: स्ट्रोक से बचने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स अब लोगों को एस्पिरिन लेने से बचने की सलाह दे रहे हैं। यूएस प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स ने इस संबंध में एडवाइजरी के लिए एक नया ड्राफ्ट तैयार किया है। इस ड्राफ्ट में कहा गया है कि जिन बुजुर्गों को दिल की बीमारी नहीं है। उन्हें अब पहले हार्ट अटैक या स्ट्रोक से बचने के लिए डेली डोज में एस्पिरिन दवा लेने की जरूरत नहीं है।
जानकारी के अनुसार, एस्पिरिन की एक दैनिक खुराक, पहले दिल के दौरे या स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए प्रदर्शित की गई है, लेकिन अब यह कहा जा रहा है कि यह पेट, आंतों और मस्तिष्क में रक्तस्राव सहित नुकसान भी पहुंचा सकता है, क्योंकि उम्र के साथ रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। पैनल ने जो नया ड्राफ्ट तैयार किया है, उसमें ये कहा गया है कि 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगो में जिन्हें पहले कभी हार्ट अटैक या स्ट्रोक नहीं आया है, उन्हें एस्पिरिन दवा से किसी तरह का लाभ नहीं मिलेगा। बल्कि इससे उनमें ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है।
पैनल ने पहली बार एस्पिरिन दवा को लेकर इस तरह का ड्राफ्ट बनाया है। पैनल के अनुसार 40 साल से कम उम्र के लोगों को इस दवा को थोड़ा फायदा मिल सकता है। वहीं 50 की उम्र के लोगों में इस दवा का कोई लाभ नहीं देखा गया है। यूएस प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स के सदस्य चिएन-वेन त्सेंग का कहना है कि, ‘एस्पिरिन शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि उम्र के साथ इसका खतरा बढ़ता जाता है।’
ये गाइडलाइन विशेष तौर पर हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल, मोटापे और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए हैं, क्योंकि ये सारी चीजें हार्ट अटैक या स्ट्रोक की संभावना को बढ़ाते हैं। इसके अलावा एस्पिरिन दवा लेने या रोकने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। बता दें कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, हार्ट अटैक और स्ट्रोक अमेरिका में मौत के प्रमुख कारण हैं। अमेरिका में अनुमानित 6 लाख लोगों को हर साल पहला दिल का दौरा पड़ता है। जबकि 6 लाख 10 हजार लोगों को पहले स्ट्रोक का अनुभव होता है।