सर्दियों का मौसम है। ऐसे में बच्चों को नहलाने से पहले उनकी तेल से मालिश करना सेहत के लिए अच्छा रहता है। इससे बच्चे की हड्डियां मज़बूत व त्वचा सुंदर बनती है। यही कारण है कि अधिकांश परिवारों में मालिश के लिये तेल को क्रीम व लोशन से अधिक पसंद व इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में एक प्रश्न सभी मांओं के मन में आता है, कि उनके बेहद कोमल और संवेदनशील बच्चे की मालिश के लिये कौंन सा तेल सबसे अच्छा है? हालांकि अपने बच्चे की मालिश के लिये तेल का चुनाव करते समय डॉक्टर से सलाह लेना भी बेहतर होता है।
बादाम का तेल
बादाम तेल में विटामिन ई में किसी और तेल की तुलना में अधिक होता है। सर्दियों में बादाम के पौष्टिक तेल से शिशु की मालिश करने से न सिर्फ उसकी हड्डियां मज़बूत होती हैं, बल्कि उसकी त्वचा भी कोमल और कांतिमय बनती है।
जैतून तेल
जैतून का तेल अर्थात ऑलिव ऑयल एक आम तेल है, जिसे बच्चों के लिये दुनिया भर में प्रयोग किया जाता है। इसे विशेष रूप से बच्चों की मालिश करने के लिए पैक किया जाता है, मुख्य रूप से पश्चिमी देशों में। माना जाता है कि जैतून के तेल से बाल बढ़ते हैं। यदि बच्चे के सिर पर कम बाल हों तो इस तेल से उसके सिर की मालिश कर आधे घंटे बाद उसे नहलाएं।
नारियल तेल
दक्षिण भारत में व्यापक रूप से में इस्तेमाल किया जाने वाला नारियल का तेल शिशु की मालिश के लिए सबसे आदर्श तेल माना जाता है। इसमें मौजूद जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुण त्वचा संक्रमण रोकने में मदद करते हैं और इसका आपके बच्चे की संवेदनशील त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इस तेल से बच्चे और बडों दोनो की मालिश की जा सकती है। कुनकुने नारियल तेल से शरीर की मालिश करने पर त्वचा, बाल और हड्डियों को बहुत लाभ होता है।
सरसों का तेल
सरसों का तेल लंबे समय से माताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता रहा है। इस तेल को भारत के अधिकांश भागों में पारंपरिक मूल्यों से भी जोड़ कर देखा जाता है। इस तेल को सर्दियों में विशेष रूप से सबसे अच्छा माना जाता है। यह खाद्य तेल बालों के लिए अच्छा है, साथ ही इसकी मालिश बच्चे की त्वचा के संक्रमण से बचाने में मदद करता है। सरसों का तेल शरीर को गर्म, हड्डियों को मजबूती और सर्दी जुखाम से राहत दिलाता है।