सामान्यत जब किसी दुर्घटनावश किसी की हड्डी टूटती है तो वो डॉक्टर के पास जाते है लेकिन मध्यप्रदेश में एक ऐसी जगह है जहां हनुमान जी टूटी हड्डियां जोड़ने के काम करते है। जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा दरअसल कटनी से महज 30 किलामीटर दूर ग्राम मुहास में विराजे हनुमान जी को ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट यानि हड्डी रोग विशेषज्ञभी कह दें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी. अस्थि रोग, फ्रैक्चर आदि से पीड़ितों की यहां वैसी ही कतार लगती है, जैसी किसी ऑर्थोपेडिक सर्जन या फिर स्पेशलिस्ट (हड्डी रोग विशेषज्ञ) के यहां लगती है. किसी बड़े डॉक्टर के दवाखाने से भी कई गुना भीड़ यहां रोज लगती है. शनिवार और मंगलवार को तो विशाल परिसर में पैर रखने की तक की जगह नहीं रहती।
हनुमान मंदिर पर रोजाना नजारा अनूठा होता है. कोई किसी मरीज को स्ट्रेचर पर लादकर लाता है, तो कोई पीठ या एम्बुलेंस में लेकर पहुंचता है. किसी का हाथ टूटा होता है तो कोई पैर या फिर शरीर में अन्य जगह फ्रैक्चर से कराहता नजर आता है. सभी के मन में एक ही आस होती है कि बजरंगबली श्री हनुमानजी सब ठीक कर देंगे. उनका विश्वास कसौटी पर खरा भी उतरता है, तभी तो लोगों ने यहां के हनुमानजी को हड्डी जोड़ने वाले हनुमान की उपाधि प्रदान कर दी है।