नई दिल्ली: अगर किसी कारण से अपकी नौकरी या रोजगार में बाधा आई है और आप कुछ समय के लिए उसे जारी नहीं रख पा रहे हैं तो इस कठिन समय में भी आप कुछ तैयारियां करते रहें क्योंकि करियर में ब्रेक के बाद लोगों को नई नौकरी या रोजगार तलाशने में काफी सारी परेशानियों को सामना करना पड़ता है और अगर मिल जाए तो भी लय में आने में समय लगता है। इसलिए अगर आप भी करियर में ब्रेक के बाद फिर से नौकरी करने की तैयारी कर रहे है तो ये इन बातों का ध्यान रखें।
फ्रीलांस
करियर में ब्रेक लेने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप बिल्कुल आराम से बैठे रहें बल्कि आप घर बैठे-बैठे ही फ्रीलांस के तौर पर काम कर सकते है। आमतौर पर नियोक्ता उन्हीं लोगों को प्राथमिकता देते हैं जो काम कर रहे हों। अगर आपका रेज्यूमे आपको जॉब मार्केट से बाहर दिखाता है तो काम मिलने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में फुल टाइम काम छोड़ने के बाद भी कुछ न कुछ फ्रीलांस लेते रहें, भले ही इसमें आपको टाइम मैनेजमेंट करना पड़े और पैसे भी आपके अनुसार न हों।
घर से कर सकते हैं काम
बड़े शहरों में दूरियों के कारण कई बड़ी कंपनियां अपने एम्प्लॉयीज को वर्क-फ्रॉम-होम या फ्लैक्जी- आर की सुविधा देती हैं। अगर कोई कंपनी कम घंटों का काम, घर से काम या प्रोजेक्ट-बेस्ड काम देती हैं और आपकी परिस्थितियां काम की इजाजत देती हैं, तो हर हाल में काम करें।
ब्रिज प्रोग्राम
कई बड़ी कंपनियां इस तरह के प्रोग्राम करती हैं ताकि वे करियर से ब्रेक लिए हुए स्किल्ड लोगों को खुद से दोबारा जोड़ सकें। यह किसी ब्रिज की तरह काम करता है और आपको तकनीकी रुप से या किसी भी तरह की अपेडट की ट्रेनिंग देती है ताकि आप अपने को अलग-थलग न पाएं। कंपनी आपको अस्थायी तौर पर काम पर रखती है, ट्रेनिंग देती है और अच्छे प्रदर्शन के बाद काम पर रख लेती है।
नेटवर्किंग करें
कई बार लम्बे समय तक काम से दूर रहने की वजह से अपने काम से जुड़े लोगों से नेटवर्क टूट जाता है, कम ही लोग हैं जो काम छोड़ने के बाद भी पेशेवर नेटवर्किंग कर पाते हैं। पेशेवर लोगों से दोबारा संपर्क और संबंध के लिए कई संस्थाएं वर्कशॉप चलाती हैं। इनका रजिस्ट्रेशन पहले से करवाना होता है और आमतौर पर इनका कोई शुल्क भी होता है। इसमें आपको अपने पेशे से संबंधित एचआर हेड्स से मिलने का मौका मिलता है।