नई दिल्ली: कोरोना संकट काल में सेक्स और इंटिमेसी को लेकर भारतीयों के नजरिये में बड़ा बदलाव हुआ है। यह बदलाव थोडे भारतीयों में नहीं अपितू 65 फीसदी अविवाहित भारतीयों में आया है। वुमन-फर्स्ट डेटिंग ऐप और सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म बंबल के सर्वे से इसका पता चलता है। बंबल ने ‘इंटिमेसी इन अ पैंडेमिक’ नाम की रिपोर्ट जारी की है। इससे लोगों के सेक्स और इंटिमेसी के नजरिये में आए नाटकीय बदलाव का पता चलता है।
यह शोध दिखाता है कि लॉकडाउन की बंदिशों के चलते कैसे अविवाहितों के लिए डेटिंग का पूरा परिदृश्य बदल गया। हाल ही में बंबल ऐप के भीतर किए गए एक ग्लोबल सर्वे के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बंबल यूजर्स के बीच सेक्स एक्सप्लोरेशन के प्रति खुलापन बढ़ा है। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के मुकाबले भारत में ऐसे (34फीसद) बंबल यूजरों की संख्या सबसे ज्यादा थी जिन्होंने खुलकर इसके बारे में बात की।
बंबल के हालिया सर्वे से पता चला है कि 65 फीसदी अविवाहित भारतीयों का दावा है कि महामारी ने सेक्स और इंटिमेसी के प्रति उनका नजरिया बदला है। सर्वे में शामिल तीन में से एक (37फीसद) व्यक्ति ने दावा किया कि वो अपनी सीमाओं और इच्छाओं को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करने के लिए अधिक खुले हैं, जिसे वो अभी डेट कर रहे हैं। मार्च 2021 में भारत में दूसरी लहर आने के बाद से लगभग तीन में से एक (33फीसद) शख्स ने डेटिंग ऐप पर मिले किसी पार्टनर के साथ रहना शुरू कर दिया है।
सर्वे में शामिल बंबल के आधे से ज्यादा यूजरों (60फीसद) ने संकेत दिया कि वो लॉकडाउन की बंदिशों में नरमी के बाद सेक्चुअल तौर पर ज्यादा ऐक्टिव होना चाह रहे थे। सर्वेक्षण में शामिल आधे से ज्यादा (52फीसद) डेटर्स का दावा है कि वो एक ऐसा साथी खोजने की कोशिश कर रहे हैं जो उनके लिए सही हो। बम्बल के सर्वे में शामिल लगभग आधे भारतीयों (47फीसद) ने माना कि वो इस बारे में अधिक आश्वस्त महसूस कर रहे हैं कि उन्हें अपने सेक्चुअल पार्टनर से क्या चाहिए। उन्हें इसमें प्रयोग को लेकर भी ज्यादा खुलापन दिख रहा है।