वास्तु का जीवन में अहम स्थान है इसके विपरीत रहने से हमें नुकसान उठाने पड़ते हैं। यहां तक कि अच्छी नींद भी नहीं आती जबकि शिक्षा स्वास्थ्य और आर्थिक उन्नति के लिए सहज और गहरी नींद आवश्यक है। अगर आप अपने दिन की शुरुआत भरपूर ऊर्जा के साथ और सकारात्मक रूप से करना चाहते हैं तो वास्तु के अनुसार जल्दी सोयें।
रात्रि के प्रथम प्रहर में सोने वाले जन अधिक सेहतमंद और धनवान होते हैं।
शयनकक्ष में नाइट लैंप हमेशा पलंग से नीचे की तरफ रखें या छत की ओर प्रकाश करने वाले रखें। ध्यान रहें नाइट लैंप का प्रकाश सीधा आंखों पर ना पड़े।
पलंग के चारों ओर कोई ऐसा शीशा नहीं होना चाहिए जिससे लेटे हुए व्यक्ति कोई भी अंग नजर आए।
सोते समय सिर हमेशा पूर्व या दक्षिण की ओर होना चाहिए। उत्तर और पश्चिम में पैर होने चाहिए।
बेडरूम से अगर लेटबाथ अटैच हो तो ध्यान रखें कि कोई भी नल रिस न रहा हो।
बेडरूम में दीवारों पर हल्के रंग की हों। दीवारें पर अनावश्यक पेंटिंग्स, पर्दे या अन्य वस्तुओं की ना टंगी हों।
पलंग हमेशा दक्षिण पश्चिम में रखें। यह भी ध्यान रखें कि पैरों की ओर खिड़की और दरवाजे न हों।
पलंग के पास कोई ऐसा सामान न रखें जिसके गिरने की आशंका हो। जैसे दूध या पानी गिलास अथवा अन्य सामान।
सोते समय चाहें तो एक सेब सिरहाने की ओर पलंग के पास रख सकते हैं. यह नींद में सहायक होता है।
बेडरूम कमरे के मध्य में स्थित न हो। प्रयास करें कि आपका कमरा दक्षिण- पश्चिम दिशा में हो।
बेडरूम में झूमर इत्यादि लगाने से बचें। बेडरूम में फ्रिज ओवन माइक्रोवेव आदि इलेक्ट्रॉनिक सामान न रखें। इसके अलावा मोबाइल ऑफ या कमरे के बाहर ही रखें।