लंदन: दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अनोखी परंपरा हैं। एशिया महाद्वीप में एक देश ऐसा हैं जहां रिवाज बेहद ही अनोखे हैं खासकर उम्र को लेकर यहां का रिवाज। यहां बच्चा पैदा होते ही एक साल का हो जाता है और दो दिन बाद 2 साल का हो जाता हैं। यहां अगर आप पहुंच गए तब पहली ही मुलाकात में ही उम्र पूछी जाती है। उम्र की गिनती के तरीके बेहद अनोखे हैं। उम्र के हिसाब से बातचीत करने का सलीका बदल जाता है। इतना ही नहीं शराब पीने या सेना में भर्ती के लिए उम्र एक साल कम कर दी जाती है। कोरोना महामारी में टीकाकरण के वक्त जब भ्रम की स्थिति पैदा हुई तब सरकार चेती और अब अगले साल उम्र को लेकर नए नियम लागू किये जाएंगे।
दरअसल दक्षिण कोरिया में अनोखी परंपराएं और रिवाज हैं। दक्षिण कोरियाई लोगों को जन्म के समय एक वर्ष का माना जाता है। साथ ही नए साल के दिन सामूहिक रूप से उनकी उम्र एक वर्ष और बढ़ जाती है भले ही उनका जन्मदिन कुछ भी हो। सामान्य शब्दों में कहें तब अगर किसी बच्चे का जन्म 30 दिसंबर को होता है तब उसकी उम्र उसी दिन एक वर्ष हो जाएगी। इसके अगले दिन 1 जनवरी को उसकी उम्र एक वर्ष और बढ़ जाती है। इसके अलावा पारंपरिक रूप से उम्र की गिनती का एक तरीका यह भी है कि जन्म के समय बच्चे की उम्र शून्य वर्ष मानी जाती है लेकिन नए वर्ष पर उसकी उम्र में एक साल जुड़ जाता है।
कानूनी और अन्य कागजी मकसद से दक्षिण कोरियाई लोगों ने उम्र की गिनती के लिए 1962 से अंतरराष्ट्रीय आयु प्रणाली का इस्तेमाल शुरू किया। यह उम्र की गिनती करने का तीसरा तरीका है। हालांकि जब शराब पीने धूम्रपान करने या सेना में भर्ती होने के लिए कानूनी उम्र बताने की जरूरत होती है तब वे ‘कैलेंडर वर्ष तरीके का इस्तेमाल करते हैं। इसके तहत मौजूदा वर्ष से जन्म के वर्ष को घटाकर उम्र की गिनती की जाती है।