टेक्नोलॉजी के इस जमाने में हमारा मन बहुत अस्थिर रहता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस शोर शराबे में रहने से हमारे शरीर में कई तरह की परेशानियां घर करने लगती है. सही समय पर इससे निजात ना पाई जाए तो परेशानियां और ज्यादा गंभीर हो जाती हैं. जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे शांतावास में रहने पर बॉडी को फायदा मिल सकता है.
समझिए मौन रहने का मतलब
मौन रहने का अर्थ यह नहीं है कि कोई भी परेशानी है तो बोलना नहीं है, कोई कुछ रहा है तो जवाब नहीं देना है. बल्कि शोर शराबे से दूर, किसी तरह के प्रदूषण से बचाव कर खुद को शांत रखना है. इसके अलावा अनावश्यक वार्तालाप से बचना है.
1. ब्लड प्रेशर
मौन रहने का असर बॉडी पर व्यापक तौर पर देखने को मिलता है. आमतौर पर अधिक शोर शराबे या ध्वनि प्रदूषण वाली जगह पर रहने वालों का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ देखने को मिलता है, जबकि जो लोग शांत जगह पर रहते है।. उन्हें बीपी संबंधी समस्या कम देखने को मिलती है
2. एकाग्रता का बढ़ना
जो लोग अधिक एकांतवास में शांति से रहते हैं. उनका मन अशांत जगहों पर रहने वालों से अधिक एकाग्र रहता है. वह आसानी से ध्यान केंद्रित कर पाते हैं. दरअसल, वह विचारों का सामंजस्य बनाकर एकाग्रता को बढ़ा देते हैं.
3. ब्रेन की ग्रोथ होना
मौन रहने का एक लाभ यह भी है कि ब्रेन की ग्रोथ अशांत जगह पर रहने वालों से शांत रहने वालों में बेहतर होती है. मौन रहने वालों की समझ शक्ति और सोचने की क्षमता बेहतर होती है
4. कोर्टिसोल हार्मोन का नियंत्रण
अधिक शोर शराबे या अशांत जगह पर रहने से कोर्टिसोल हार्माेन का लेवल बढ़ सकता है. कोर्टिसोल हार्माेन के बढ़ने से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिसीज होने का खतरा रहता है. इस हार्माेन का नियंत्रण बहुत जरूरी है. शांत जगह पर मौन रहने में इसे नियंत्रण करने में मदद मिलती है.
5. अच्छी नींद आना
मौन रहने का एक फायदा यह भी है कि जब ब्रेन सही ढंग से एक्टिव रहता है तो इससे नींद अच्छी आती है. किसी तरह के मेंटल डिसआर्डर के होने की परेशानी कम रहती है