प्रयागराज: अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर और सपा नेता फहाद अहमद की शादी को लेकर विवादित बयान दिया है। महंत राजू दास ने कहा कि अगर स्वरा भास्कर हजारों मर्दों के साथ रात बिताना चाहें तो उन्हें यह शादी मुबारक हो। उन्होंने कहा कि स्वरा भास्कर ने उस कौम में शादी की है, जो अपनी बहनों से शादी कर लेते हैं। उसके बाद महिलाओं को तलाक, तलाक, तलाक कहकर कई मर्दों के साथ रात बितानी पड़ती है। महंत राजू दास ने स्वरा भास्कर को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि राखी सावंत का उदाहरण सबके सामने है, इसलिए स्वरा भास्कर को भी हलाला के लिए अब तैयार रहना चाहिए।
महंत राजू दास ने कहा कि स्वरा भास्कर भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह इंशाल्लाह गैंग की सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि स्वरा भास्कर 10 दिन पहले जिस लड़के को ट्वीट कर कहती हैं कि भाई किसी अच्छी लड़की से शादी कर लो। दस दिन बाद उसी लड़के से शादी कर लेती हैं। उन्होंने कहा कि अगर स्वरा भास्कर एक नारी शक्ति हैं और सशक्त महिला हैं तो उन्हें उस कौम में शादी ही नहीं करनी चाहिए थी।
हालांकि, महंत राजू दास ने कहा कि स्वरा भास्कर की शादी का स्वागत है, क्योंकि सनातन से एक बोझ कम हो गया। महंत राजू दास ने कहा कि मैं किसी महिला का या किसी धर्म का अपमान नहीं करना चाहता, लेकिन हिंदू धर्म में सती प्रथा की कुरीति थी, जो आज समाप्त हो गई है। उसी तरह से इस्लाम में भी हलाला जैसी कुरीति भी समाप्त होनी चाहिए, क्योंकि हलाला की पीड़ा उस महिला से पूछिए जिसे भाई, पिता और गुरु के साथ बिस्तर गर्म करना पड़ता है। महंत राजू दास ने कहा कि ऐसी संस्कृति भाड़ में चली जानी चाहिए।
वहीं आगरा में बागेश्वर धाम के पुजारी धीरेन्द्र शास्त्री के विरोध पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि हिंदू हो, चाहे मुस्लिम हो, सब को आंदोलन करने का अधिकार है, लेकिन आंदोलन संविधान के दायरे में होना चाहिए, लेकिन बागेश्वर धाम और सनातन संस्कृति का विरोध करें यह नहीं चलेगा। महंत राजू दास ने कहा कि अगर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री कोई गलत काम करते हैं तो विरोध करिए चलेगा।
महंत राजू दास ने कहा कि चादर और फादर वाले जब आए थे, कार्यक्रम करते थे तो हमने उनका कभी विरोध नहीं किया। लव जिहाद के नाम पर हमारी बहन-बेटियों के टुकड़े किए जाते हैं। हमने इस पर भी कभी सवाल नहीं खड़े किए। प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराए जाने पर भी हमने कभी सवाल नहीं किए, लेकिन जब सनातन और श्रीरामचरितमानस पर हमला हुआ, तब हमने विरोध किया।
गौरतलब है कि आगरा में ऑल इंडिया जमीतुल कुरैश के जिलाध्यक्ष शरीफ ने मुस्लिम समाज से धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रमों से दूर रहने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुस्लिम समाज सड़कों पर उतरकर धीरेंद्र शास्त्री का विरोध करेगा.